1. परिचय
भारत में हाल के वर्षों में स्वास्थ्य बीमा का महत्व तेजी से बढ़ा है। बदलती जीवनशैली, बढ़ती बीमारियाँ और महंगे इलाज ने हर परिवार को इस पर विचार करने के लिए मजबूर कर दिया है कि वे किस तरह से खुद और अपनों की सुरक्षा कर सकते हैं। पहले जहाँ अधिकतर लोग निजी स्वास्थ्य बीमा (निजी हेल्थ इंश्योरेंस) के बारे में सोचते थे, वहीं अब सरकार द्वारा शुरू की गई आयुष्मान भारत योजना भी एक लोकप्रिय विकल्प बन गई है।
आज के समय में, चाहे कोई शहरी परिवार हो या ग्रामीण, हर किसी को अस्पताल के भारी खर्च का डर सताता है। ऐसे में स्वास्थ्य बीमा न केवल आर्थिक सुरक्षा देता है, बल्कि मानसिक सुकून भी प्रदान करता है। खासकर मध्यम वर्गीय और निम्न आय वाले परिवारों के लिए यह एक ज़रूरी आवश्यकता बन गई है।
आइए, हम आगे जानेंगे कि निजी स्वास्थ्य बीमा और आयुष्मान भारत क्या हैं, इन दोनों में क्या अंतर है, इनके लाभ और सीमाएँ क्या हैं, ताकि हर परिवार अपनी जरूरत और बजट के हिसाब से सही निर्णय ले सके। नीचे एक तालिका दी गई है जो भारत में स्वास्थ्य संबंधी मुख्य चुनौतियों और बीमा की आवश्यकता को दर्शाती है:
चुनौती | परिणाम | बीमा की आवश्यकता क्यों? |
---|---|---|
महंगा इलाज | आर्थिक बोझ | इलाज का खर्च कवर करना |
अचानक बीमारी या दुर्घटना | आय का नुकसान | आर्थिक सुरक्षा देना |
बढ़ती जीवनशैली संबंधी बीमारियाँ | लंबा इलाज जरूरी | दीर्घकालिक इलाज का खर्च उठाना |
सरकारी अस्पतालों पर दबाव | अक्सर सुविधाओं की कमी | बेहतर विकल्प उपलब्ध कराना |
स्वास्थ्य बीमा अब लग्जरी नहीं बल्कि हर भारतीय परिवार की मूलभूत जरूरत बन चुका है। अगले हिस्से में हम निजी स्वास्थ्य बीमा और आयुष्मान भारत योजना के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे।
2. निजी स्वास्थ्य बीमा क्या है?
निजी स्वास्थ्य बीमा एक प्रकार की पॉलिसी है, जो आपको और आपके परिवार को अस्पताल में भर्ती होने, इलाज, ऑपरेशन या किसी भी मेडिकल इमरजेंसी के खर्चों से आर्थिक सुरक्षा प्रदान करती है। यह सरकारी योजनाओं से अलग होती है क्योंकि इसे प्राइवेट इंश्योरेंस कंपनियाँ संचालित करती हैं और इसमें कवरेज, प्रीमियम व लाभ आपके अनुसार चुन सकते हैं।
निजी स्वास्थ्य बीमा की विशेषताएँ
- व्यक्तिगत और परिवारिक कवरेज: आप खुद के लिए या पूरे परिवार के लिए फ्लोटर प्लान ले सकते हैं।
- ऑप्शनल एड-ऑन: जैसे कि क्रिटिकल इलनेस कवर, मैटरनिटी बेनिफिट्स, डेली हॉस्पिटल कैश आदि अतिरिक्त रूप से जोड़ सकते हैं।
- कैशलेस सुविधा: नेटवर्क हॉस्पिटल्स में बिना पैसे दिए इलाज करवा सकते हैं।
- टैक्स छूट: आयकर अधिनियम 80D के तहत टैक्स में राहत मिलती है।
कवरेज क्या-क्या मिलता है?
कवरेज का प्रकार | विवरण |
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हॉस्पिटलाइजेशन खर्च | अस्पताल में भर्ती होने पर मेडिकल बिल्स का भुगतान |
प्री और पोस्ट हॉस्पिटलाइजेशन | इलाज से पहले और बाद के खर्च (15-60 दिन तक) |
डे-केयर ट्रीटमेंट्स | ऐसे इलाज जो 24 घंटे से कम समय में हो जाएं |
एम्बुलेंस कवर | इमरजेंसी ट्रांसपोर्ट के लिए खर्चा शामिल |
नो क्लेम बोनस | अगर साल भर दावा नहीं किया तो सम एश्योर्ड बढ़ता है |
भारत में उपलब्ध लोकप्रिय निजी स्वास्थ्य बीमा योजनाएँ
बीमा कंपनी | योजना का नाम | मुख्य लाभ |
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Apollo Munich (अब HDFC ERGO) | Optima Restore Family Floater | No claim bonus, Restore benefit, Cashless hospitals network |
Max Bupa Health Insurance | Health Companion Plan | Lifelong renewability, Wide coverage, Cashless facility |
SBI Health Insurance | SBI Arogya Premier Policy | Covers advanced treatments, High sum insured options |
ICICI Lombard Health Insurance | Complete Health Insurance Plan | No sub-limits on room rent, Extensive hospital network |
क्यों चुनें निजी स्वास्थ्य बीमा?
- व्यापक कवरेज: गंभीर बीमारी, दुर्घटना या सर्जरी जैसी जरूरतों के लिए उपयुक्त।
- Lifestyle diseases: डायबिटीज़, हार्ट डिजीज़ जैसे मामलों में भी कवरेज मिलता है।
ध्यान देने योग्य बातें:
- प्रीमियम राशि आपकी उम्र, हेल्थ कंडीशन और कवरेज पर निर्भर करती है।
- हर प्लान के नियम व शर्तें अलग हो सकती हैं; खरीदने से पहले डॉक्यूमेंट ध्यान से पढ़ें।
3. आयुष्मान भारत योजना का परिचय
सरकारी आयुष्मान भारत योजना क्या है?
आयुष्मान भारत योजना, जिसे प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (PM-JAY) भी कहा जाता है, भारत सरकार की एक प्रमुख स्वास्थ्य बीमा योजना है। इसका उद्देश्य गरीब और कमजोर वर्ग के परिवारों को मुफ्त स्वास्थ्य देखभाल सेवा प्रदान करना है। यह योजना खासतौर पर उन लोगों के लिए बनाई गई है जो निजी हेल्थ इंश्योरेंस नहीं खरीद सकते या जिनकी आमदनी बहुत कम है।
मुख्य विशेषताएँ
विशेषता | विवरण |
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कवरेज राशि | 5 लाख रुपये प्रति परिवार प्रतिवर्ष |
लाभार्थी परिवार | 10 करोड़ से अधिक गरीब एवं कमजोर परिवार (लगभग 50 करोड़ लोग) |
कैशलेस सुविधा | पैनल अस्पतालों में कैशलेस और पेपरलेस उपचार |
अस्पतालों का चयन | सरकारी एवं सूचीबद्ध निजी अस्पताल दोनों में इलाज संभव |
बीमारी का दायरा | 1300 से अधिक रोगों का इलाज शामिल |
कोई उम्र सीमा नहीं | परिवार के सभी सदस्य कवर किए जाते हैं, उम्र की कोई सीमा नहीं |
प्रोसेसिंग शुल्क | पूरी तरह मुफ्त, कोई प्रीमियम या फीस नहीं लगती |
लाभार्थी कौन बन सकते हैं? – इसकी व्याख्या
आयुष्मान भारत योजना का लाभ मुख्य रूप से वही परिवार उठा सकते हैं जो सामाजिक-आर्थिक जाति जनगणना (SECC) 2011 में चिन्हित किए गए हैं। इसमें ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों के निम्न-आय वर्ग के लोग आते हैं। इसमें शामिल होने के लिए अलग से आवेदन करने की आवश्यकता नहीं है; पात्रता अपने-आप तय होती है। नीचे तालिका में देखें कि कौन-कौन लाभार्थी हो सकते हैं:
श्रेणी | लाभार्थियों की पहचान कैसे? |
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ग्रामीण क्षेत्र के लोग | जिनके पास कच्चा मकान, बेघर, मजदूर, दिव्यांग आदि हैं (SECC डेटा के अनुसार) |
शहरी क्षेत्र के लोग | निर्धारित पेशे जैसे रिक्शा चालक, घरेलू कामगार, सफाई कर्मचारी आदि (SECC डेटा के अनुसार) |
पात्रता जांचने का तरीका:
- सरकारी वेबसाइट mera.pmjay.gov.in पर जाकर अपना नाम चेक कर सकते हैं।
- या फिर नजदीकी CSC सेंटर या सरकारी अस्पताल में जाकर भी जानकारी प्राप्त की जा सकती है।
महत्वपूर्ण बातें:
- इस योजना में किसी प्रकार का प्रीमियम या भुगतान नहीं करना पड़ता।
- यदि आपका नाम लिस्ट में नहीं है, तो आप निजी स्वास्थ्य बीमा विकल्पों पर विचार कर सकते हैं।
आयुष्मान भारत योजना उन परिवारों के लिए वरदान है जिनकी आमदनी सीमित है और जिन्हें बड़े इलाज की चिंता हमेशा सताती रहती थी। इसके जरिए वे गंभीर बीमारियों का भी अच्छा इलाज मुफ्त में करा सकते हैं और अपने परिवार को सुरक्षित रख सकते हैं।
4. लाभों की तुलना
जब हम परिवार के नजरिए से निजी स्वास्थ्य बीमा (निजी हेल्थ इंश्योरेंस) और आयुष्मान भारत योजना की तुलना करते हैं, तो दोनों के अपने-अपने फायदे और सीमाएँ होती हैं। नीचे दिए गए टेबल में इनके मुख्य लाभों की आसान तुलना की गई है, जिससे हर परिवार अपनी जरूरत के हिसाब से सही विकल्प चुन सके।
लाभ | निजी स्वास्थ्य बीमा | आयुष्मान भारत |
---|---|---|
कवर राशि | आमतौर पर ₹5 लाख से अधिक; जरूरत के अनुसार बढ़ाई जा सकती है | ₹5 लाख प्रति परिवार प्रति वर्ष (फिक्स्ड लिमिट) |
अस्पताल का चुनाव | पैन इंडिया प्राइवेट व सरकारी हॉस्पिटल नेटवर्क | सूचीबद्ध पैनल अस्पताल (सरकारी व कुछ निजी अस्पताल) |
कैशलेस इलाज सुविधा | अधिकतर पॉलिसी में उपलब्ध, फास्ट प्रोसेसिंग | आयुष्मान कार्ड दिखाकर मुफ्त इलाज, कोई खर्च नहीं |
प्रीमियम/खर्च | प्रीमियम देना जरूरी (वार्षिक/मासिक) | गरीब और कमजोर वर्ग के लिए पूरी तरह मुफ्त |
बीमारियों का कवर | कस्टमाइज्ड प्लान्स; अधिक गंभीर व क्रॉनिक बीमारियां भी शामिल कर सकते हैं | मुख्यतः अस्पताल में भर्ती होने पर इलाज; कुछ खास बीमारियां कवर नहीं होतीं |
परिवार का दायरा | पॉलिसी के अनुसार फैमिली फ्लोटर या इंडिविजुअल कवर चुन सकते हैं | परिवार के सभी सदस्य (6 तक) कवर होते हैं |
ऐड-ऑन बेनिफिट्स | मेडिकल चेकअप, हेल्थ चेकअप, मेटरनिटी बेनिफिट्स आदि ऐड-ऑन ले सकते हैं | ऐड-ऑन सुविधाएं सीमित हैं या उपलब्ध नहीं हैं |
क्लेम प्रोसेसिंग टाइम | तेज, लेकिन डॉक्यूमेंटेशन की जरूरत होती है | सीधे कैशलेस ट्रांजैक्शन, कम पेपरवर्क |
परिवारों के लिए क्या बेहतर?
अगर आपका परिवार आर्थिक रूप से कमजोर है और नियमित प्रीमियम देना संभव नहीं है, तो आयुष्मान भारत योजना एक बहुत अच्छा विकल्प है। यह बेसिक स्वास्थ्य सुरक्षा देता है और इमरजेंसी में काफी मददगार साबित होता है। दूसरी ओर, यदि आप अपनी जरूरतों के हिसाब से स्पेशल कवरेज चाहते हैं या किसी खास बीमारी या बड़े मेडिकल खर्च से बचाव चाहते हैं, तो निजी स्वास्थ्य बीमा आपके लिए उपयुक्त रहेगा। दोनों योजनाओं का चुनाव करते समय अपने परिवार के सदस्यों की उम्र, स्वास्थ्य स्थिति और आर्थिक स्थिति को ध्यान में रखना चाहिए।
महत्वपूर्ण बातें जो परिवार को जाननी चाहिए:
- ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में: आयुष्मान भारत अधिकतर सरकारी अस्पतालों में उपलब्ध है जबकि प्राइवेट बीमा शहरों में ज्यादा उपयोगी हो सकता है।
- विशेष जरूरतें: यदि परिवार में बुजुर्ग सदस्य हैं या किसी को गंभीर बीमारी है तो प्राइवेट इंश्योरेंस कस्टमाइज किया जा सकता है।
- इमरजेंसी स्थिति: दोनों योजनाओं में इमरजेंसी एडमिशन आसानी से हो सकता है, लेकिन डॉक्युमेंटेशन की प्रक्रिया अलग-अलग होगी।
अपने परिवार की सुरक्षा के लिए दोनों विकल्पों का संतुलित मूल्यांकन करें और बजट तथा मेडिकल जरूरतों के अनुसार फैसला लें।
5. सीमाएँ और चुनौतियाँ
निजी स्वास्थ्य बीमा की सीमाएँ
निजी स्वास्थ्य बीमा कई लाभों के साथ आता है, लेकिन इसकी कुछ स्पष्ट सीमाएँ भी हैं, जिनका आम लोग सामना करते हैं:
सीमा | विवरण |
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उच्च प्रीमियम | अधिकतर बीमा योजनाओं का प्रीमियम सामान्य परिवारों के लिए महंगा हो सकता है। |
पूर्व-निर्धारित शर्तें | कई बीमा कंपनियां पहले से मौजूद बीमारियों को कवर नहीं करतीं या वेटिंग पीरियड रखती हैं। |
क्लेम प्रक्रिया में जटिलता | बीमा क्लेम करने के लिए काफी कागजी कार्यवाही और प्रक्रियाएं होती हैं, जिससे आम लोगों को दिक्कत आती है। |
नेटवर्क हॉस्पिटल की सीमा | बीमा केवल चयनित अस्पतालों में ही कैशलेस सुविधा देता है; छोटे शहरों में यह विकल्प कम हो सकता है। |
लाभ का प्रतिबंध | हर बीमारी या इलाज के लिए तय सीमा तक ही खर्च दिया जाता है, ज्यादा खर्च होने पर जेब से देना पड़ता है। |
आयुष्मान भारत योजना की सीमाएँ और चुनौतियाँ
आयुष्मान भारत गरीब और कमजोर वर्ग के लिए वरदान है, फिर भी इसमें भी कुछ व्यावहारिक समस्याएं सामने आती हैं:
सीमा / चुनौती | विवरण |
---|---|
योग्यता सीमित होना | केवल SECC सूची में शामिल परिवार ही इसका लाभ उठा सकते हैं; बाकी लोग बाहर रह जाते हैं। |
सर्विस प्रोवाइडर्स की कमी | हर क्षेत्र में पैनल हॉस्पिटल उपलब्ध नहीं होते, खासकर ग्रामीण इलाकों में। |
क्लेम रिजेक्शन/डिलेयर्स | कई बार तकनीकी या दस्तावेज़ी कारणों से क्लेम रिजेक्ट हो जाते हैं या देर से मिलते हैं। |
सीमित कवरेज राशि | 5 लाख रुपए तक का ही कवरेज मिलता है, जो गंभीर बीमारियों के लिए कभी-कभी पर्याप्त नहीं होता। |
कुछ इलाज शामिल नहीं होते | कुछ खास ट्रीटमेंट और मेडिकल खर्च आयुष्मान भारत योजना में कवर नहीं होते। |
आम तौर पर आने वाली चुनौतियाँ – एक नजर में तुलना
निजी स्वास्थ्य बीमा | आयुष्मान भारत | |
---|---|---|
योग्यता | कोई भी खरीद सकता है (प्रीमियम देकर) | SCC सूची के अनुसार पात्रता |
प्रीमियम लागत | अधिकतर महंगा | मुफ्त |
क्लेम प्रक्रिया | काफी जटिल और लंबी | सरल लेकिन कभी-कभी डिले/रिजेक्शन |
कवरेज सीमा | चुनी गई पॉलिसी पर निर्भर | 5 लाख/परिवार/वर्ष |
हॉस्पिटल नेटवर्क | चयनित निजी अस्पताल | * पैनल सरकारी एवं कुछ निजी अस्पताल* |
क्या ध्यान रखें?
इन दोनों योजनाओं की अपनी-अपनी कमजोरियां और चुनौतियां हैं। अपने परिवार की जरूरत, बजट और पात्रता के अनुसार सही विकल्प चुनना जरूरी है। हमेशा डॉक्युमेंटेशन, हॉस्पिटल नेटवर्क और कवरेज सीमा की जांच कर लें ताकि जरूरत पड़ने पर आपको परेशानी न हो।
6. आपके परिवार के लिए सही विकल्प कैसे चुनें
जब बात परिवार की सेहत की आती है, तो हर माता-पिता यही चाहते हैं कि उनके बच्चों और बुजुर्गों को सबसे अच्छा इलाज समय पर मिल सके। भारत में दो मुख्य विकल्प उपलब्ध हैं – निजी स्वास्थ्य बीमा (Private Health Insurance) और आयुष्मान भारत (Ayushman Bharat)। दोनों योजनाओं के अलग-अलग लाभ और सीमाएँ हैं। इसलिए, परिवार की आवश्यकताओं के अनुसार सही योजना का चुनाव करना बहुत जरूरी है। नीचे कुछ व्यावहारिक सुझाव दिए गए हैं जो आपको समझदारी से निर्णय लेने में मदद करेंगे।
आपके परिवार की जरूरतों का विश्लेषण करें
- परिवार के सदस्यों की संख्या: क्या आपके परिवार में छोटे बच्चे, बुजुर्ग या कोई बीमार सदस्य हैं?
- स्वास्थ्य इतिहास: क्या परिवार में किसी गंभीर बीमारी या विशेष उपचार की जरूरत है?
- आर्थिक स्थिति: आप कितना प्रीमियम या खर्च वहन कर सकते हैं?
निजी स्वास्थ्य बीमा और आयुष्मान भारत की तुलना
पैरामीटर | निजी स्वास्थ्य बीमा | आयुष्मान भारत |
---|---|---|
कवरेज राशि | ₹5 लाख से अधिक (प्लान के अनुसार) | ₹5 लाख प्रति परिवार प्रति वर्ष |
कौन लाभ उठा सकता है? | कोई भी व्यक्ति (प्रीमियम देना होगा) | प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (PM-JAY) पात्रता सूची के अनुसार गरीब एवं कमजोर वर्ग |
अस्पताल नेटवर्क | प्राइवेट व सरकारी अस्पताल दोनों शामिल हो सकते हैं | सरकारी एवं सूचीबद्ध निजी अस्पताल |
कैशलेस सुविधा | अधिकतर प्लान्स में उपलब्ध | पूरी तरह कैशलेस इलाज |
प्रभावी कब होता है? | प्रीमियम भुगतान के बाद तुरंत/वेटिंग पीरियड के बाद | लाभार्थी सूची में नाम आने के बाद |
किस योजना का चयन करें? – व्यावहारिक सुझाव
- कम आय वाले परिवार: यदि आपकी आर्थिक स्थिति कमजोर है और आपका नाम PM-JAY लाभार्थी सूची में है, तो आयुष्मान भारत आपके लिए मुफीद है। यह पूरी तरह कैशलेस और मुफ्त सुविधा देता है।
- मध्यम या उच्च आय वाले परिवार: अगर आप बेहतर सुविधाएं, ज्यादा कवरेज या चुनिंदा हॉस्पिटल्स में इलाज चाहते हैं, तो निजी स्वास्थ्य बीमा एक अच्छा विकल्प हो सकता है। आप अपनी जरूरत के हिसाब से अलग-अलग प्लान चुन सकते हैं।
- विशेष जरुरतें: यदि घर में पहले से कोई गंभीर बीमारी या विशेष इलाज की आवश्यकता है, तो उस हिसाब से बीमा प्लान चुनें जिसमें वो बीमारियां कवर हों।
- दोनों योजनाओं का संयुक्त लाभ: कई परिवार दोनों विकल्पों का संयुक्त रूप से भी उपयोग करते हैं – आयुष्मान भारत बेसिक सुरक्षा देता है और निजी स्वास्थ्य बीमा अतिरिक्त कवरेज देता है। इससे बड़े इलाज या महंगे अस्पतालों में आसानी होती है।
व्यावहारिक सिफारिशें:
- BPL (गरीबी रेखा से नीचे) कार्डधारकों को पहले अपने क्षेत्र के CSC सेंटर या सरकारी अस्पताल में जाकर Ayushman Bharat कार्ड बनवाना चाहिए।
- If your family is not eligible for Ayushman Bharat, compare private health insurance plans online according to your budget and needs.
- Bigger families or those with elderly parents should look for floater plans in private health insurance.
- If you already have Ayushman Bharat coverage but want higher coverage or better hospitals, you can buy a basic private policy as an add-on.
ध्यान दें:
हमेशा पॉलिसी दस्तावेज़ ध्यान से पढ़ें और सभी शर्तें जान लें। किसी भी योजना का चयन करने से पहले अपने बजट और परिवार की ज़रूरतों को प्राथमिकता दें। इस तरह आप अपने पूरे परिवार को सुरक्षित रख सकते हैं।
7. निष्कर्ष
भारत में स्वास्थ्य बीमा का चुनाव करते समय परिवारों के सामने अक्सर दो प्रमुख विकल्प आते हैं — निजी स्वास्थ्य बीमा (Private Health Insurance) और आयुष्मान भारत (Ayushman Bharat)। दोनों योजनाओं के अपने-अपने फायदे और कुछ सीमाएँ हैं। यहां हम इन दोनों का संक्षिप्त सारांश और विचारणीय बातें साझा कर रहे हैं, ताकि आप अपने परिवार के लिए सही विकल्प चुन सकें।
दोनों योजनाओं की तुलना एक नजर में
विशेषता | निजी स्वास्थ्य बीमा | आयुष्मान भारत |
---|---|---|
लाभार्थियों की सीमा | कोई निश्चित सीमा नहीं, कोई भी खरीद सकता है | सिर्फ पात्र गरीब और कमजोर वर्ग के परिवार |
कवरेज राशि | 2 लाख से लेकर 1 करोड़ तक (प्लान पर निर्भर) | प्रति परिवार सालाना 5 लाख रुपये तक |
अस्पताल नेटवर्क | सरकारी व निजी अस्पताल, नेटवर्क के अनुसार भिन्नता | सरकारी व सूचीबद्ध निजी अस्पताल ही शामिल |
प्रीमियम/शुल्क | प्रीमियम देना होता है (हर साल/माह) | पात्र परिवारों को मुफ्त कवरेज मिलता है |
कस्टमाइजेशन/फ्लेक्सिबिलिटी | अपनी जरूरत के अनुसार कवर बढ़ा सकते हैं, ऐड-ऑन ले सकते हैं | सभी को समान कवरेज मिलता है, सीमित विकल्प |
क्लेम प्रक्रिया | कुछ मामलों में जटिल हो सकती है, लेकिन कैशलेस सुविधा भी उपलब्ध है | सरल प्रक्रिया, ज्यादातर कैशलेस इलाज उपलब्ध |
पूर्व-मौजूदा रोगों का कवर | कुछ प्लान में वेटिंग पीरियड होता है | सीमित शर्तों के साथ कवर संभव है |
भुगतान की सीमा (Co-payment) | कुछ प्लान में सह-भुगतान अनिवार्य हो सकता है | अधिकांश मामलों में सह-भुगतान नहीं है |
क्या सोचें: कौन सी योजना आपके लिए बेहतर?
- यदि आपकी वार्षिक आय कम है और आप सरकारी पात्रता मानदंड पूरे करते हैं, तो आयुष्मान भारत आपके लिए बहुत फायदेमंद हो सकता है। इसमें आपको मुफ्त इलाज की सुविधा मिलती है।
- अगर आप ज्यादा व्यापक कवरेज चाहते हैं, या ऐसी बीमारियों का ट्रीटमेंट चाहते हैं जो आयुष्मान भारत में शामिल नहीं हैं, तो निजी स्वास्थ्य बीमा लेना समझदारी होगी।
- कुछ लोग दोनों योजनाओं का लाभ भी उठा सकते हैं — उदाहरण के लिए, प्राथमिक इलाज आयुष्मान भारत से करा सकते हैं और गंभीर बीमारी या विशेष इलाज के लिए निजी बीमा का इस्तेमाल कर सकते हैं।
घरेलू दृष्टिकोण से सलाह:
– अपने परिवार के सदस्यों की उम्र, स्वास्थ्य स्थिति और आर्थिक स्थिति को ध्यान में रखें।
– दोनों योजनाओं की नियमावली अच्छी तरह पढ़ें।
– अपनी जरूरत के हिसाब से सही विकल्प चुनें — जरुरत हो तो किसी विशेषज्ञ या हेल्थ इंश्योरेंस एजेंट से सलाह लें।
याद रखें:
स्वास्थ्य सुरक्षा हर भारतीय परिवार की पहली प्राथमिकता होनी चाहिए। सही योजना का चुनाव करके आप न सिर्फ अपने खर्चे बचा सकते हैं, बल्कि मुश्किल वक्त में अपने प्रियजनों को बेहतर इलाज भी दिला सकते हैं।