भारतीय यात्रियों के लिए प्रिय अंतरराष्ट्रीय डेस्टिनेशंस
भारतीय यात्रियों के बीच कुछ अंतरराष्ट्रीय गंतव्य बहुत लोकप्रिय हैं, जहाँ वे छुट्टियां बिताने और नई संस्कृति का अनुभव करने जाते हैं। इन जगहों की खासियतें, आकर्षण और वहाँ क्यों भारतीय पर्यटक जाना पसंद करते हैं, आइए जानते हैं:
थाईलैंड
थाईलैंड भारतीयों के लिए सबसे सुलभ और किफायती अंतरराष्ट्रीय डेस्टिनेशन में से एक है। बैंकॉक, पटाया, फुकेट और क्राबी यहाँ के प्रमुख आकर्षण हैं। यहाँ का स्ट्रीट फूड, समुद्र तट, नाइटलाइफ और शॉपिंग भारतीयों को खूब भाती है।
प्रमुख आकर्षण | क्यों पसंद आता है? |
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बैंकॉक – ग्रैंड पैलेस, वाट अरुण | खरीदारी और मंदिर दर्शन के लिए |
पटाया – बीचेज़ और नाइटलाइफ | मनोरंजन एवं जल क्रीड़ाओं के लिए |
फुकेट/क्राबी – द्वीप टूर | प्राकृतिक सुंदरता और एडवेंचर स्पोर्ट्स के लिए |
दुबई (UAE)
दुबई भारतीयों के लिए व्यापार, खरीदारी और मनोरंजन का केंद्र है। बुर्ज खलीफा, दुबई मॉल, डेजर्ट सफारी जैसे आकर्षण यहां बेहद लोकप्रिय हैं। भारतीय भोजन की उपलब्धता और सांस्कृतिक समानता भी इसे पसंदीदा बनाती है।
प्रमुख आकर्षण | क्यों पसंद आता है? |
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बुर्ज खलीफा, दुबई मॉल | विशाल इमारतें, विश्वस्तरीय शॉपिंग का अनुभव |
डेजर्ट सफारी | रोमांचकारी गतिविधियाँ व रेगिस्तान का आनंद |
ग्लोबल विलेज, गोल्ड सुक | संस्कृति का संगम और सोने की खरीदारी |
मलेशिया
मलेशिया अपने विविध सांस्कृतिक मिश्रण और प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाता है। कुआलालंपुर में पेट्रोनास ट्विन टावर्स, जेंटिंग हाइलैंड्स, लंगकावी द्वीप आदि प्रमुख स्थान हैं। भारतीय व्यंजनों की अच्छी उपलब्धता भी इसकी लोकप्रियता बढ़ाती है।
प्रमुख आकर्षण | क्यों पसंद आता है? |
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पेट्रोनास ट्विन टावर्स (कुआलालंपुर) | विश्व प्रसिद्ध संरचना देखने हेतु |
जेंटिंग हाइलैंड्स | मनोरंजन पार्क व ठंडी जलवायु के लिए |
लंगकावी द्वीप | बीच हॉलिडे एवं नैचरल ब्यूटी के लिए |
यूरोप (सामूहिक रूप से)
यूरोप भारतीय ट्रैवलर्स के लिए एक सपना होता है जहाँ वे स्विट्ज़रलैंड, पेरिस, रोम या एम्स्टर्डम जैसी जगहें देखना चाहते हैं। यहाँ ऐतिहासिक स्थल, खूबसूरत प्राकृतिक दृश्य और विश्व प्रसिद्ध संग्रहालय मुख्य आकर्षण होते हैं। यूरोप का शेंगेन वीज़ा कई देशों की यात्रा को आसान बनाता है।
प्रमुख आकर्षण | क्यों पसंद आता है? |
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स्विट्ज़रलैंड – आल्प्स पर्वत | हनीमून और सुंदर दृश्यों के लिए |
पेरिस – एफिल टॉवर, लौवर म्यूज़ियम | रोमांस व कला-संस्कृति प्रेमियों हेतु |
इटली – रोम, वेनिस | ऐतिहासिक वास्तुकला व खानपान अनुभव के लिए |
सिंगापुर
सिंगापुर एक छोटा लेकिन बहु-सांस्कृतिक देश है जहाँ यूनिवर्सल स्टूडियोज़, मरीना बे सैंड्स, सेंटोसा आइलैंड जैसे फेमस अट्रैक्शन्स हैं। यहाँ की सफाई व्यवस्था व सुरक्षित माहौल भारतीय परिवारों को बहुत भाता है। हिंदी और तमिल बोलने वालों की भी अच्छी संख्या होने से भारतीय पर्यटक सहज महसूस करते हैं।
प्रमुख आकर्षण | क्यों पसंद आता है? |
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यूनिवर्सल स्टूडियोज़ | मनोरंजन व बच्चों के साथ घूमने के लिए |
मरीना बे सैंड्स | लक्जरी अनुभव एवं स्काईलाइन देखने हेतु |
sLittle India क्षेत्र | भारत जैसा माहौल व स्वादिष्ट खाना प्राप्त करने हेतु |
इन सभी डेस्टिनेशंस पर भारतीय पर्यटकों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए होटल्स में इंडियन खाना उपलब्ध होता है तथा स्थानीय टूर ऑपरेटर्स हिंदी/अंग्रेजी बोल सकते हैं जिससे ट्रैवल आसान हो जाता है। अगली सेक्शन में हम जानेंगे कि इन लोकप्रिय स्थानों पर स्वास्थ्य आपात स्थिति कैसी हो सकती है और उससे कैसे निपटें।
2. भारत के भीतर लोकप्रिय यात्रा स्थान
गोवा: समुद्र तटों और नाइटलाइफ का संगम
गोवा भारतीय युवाओं के लिए सबसे लोकप्रिय टूरिस्ट प्लेस है। यहाँ के सुंदर समुद्र तट, रंगीन बाजार, और उत्साही नाइटलाइफ हर किसी को आकर्षित करते हैं। यहाँ की संस्कृति में पुर्तगाली प्रभाव दिखता है, जो खाने-पीने से लेकर स्थानीय त्योहारों तक नजर आता है। गोवा में समुद्र के किनारे आराम करना, वाटर स्पोर्ट्स करना और फेमस चर्च देखना बहुत खास अनुभव होता है।
गोवा में स्वास्थ्य आपात स्थिति:
आपात स्थिति | क्या करें |
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सनबर्न/डिहाइड्रेशन | पानी पिएं, छांव में रहें, जरूरत पड़ने पर स्थानीय क्लिनिक जाएं |
सी फूड एलर्जी | एलर्जी होने पर तुरंत एंटी-एलर्जिक दवा लें, डॉक्टर से संपर्क करें |
मनाली: बर्फीली वादियों का रोमांच
मनाली हिमाचल प्रदेश में स्थित एक खूबसूरत हिल स्टेशन है। यहाँ की ठंडी जलवायु, ऊँचे पहाड़, और साहसिक गतिविधियाँ जैसे ट्रैकिंग व रिवर राफ्टिंग भारतीय परिवारों और दोस्तों के ग्रुप्स में खूब पसंद किए जाते हैं। मनाली का मलाणा गाँव अपनी अनोखी संस्कृति के लिए प्रसिद्ध है, जहाँ आज भी पुराने रीति-रिवाज निभाए जाते हैं।
मनाली में स्वास्थ्य आपात स्थिति:
आपात स्थिति | क्या करें |
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ऊँचाई की बीमारी (Altitude Sickness) | धीरे-धीरे ऊँचाई बढ़ाएं, जरूरत पड़ने पर ऑक्सीजन लें या अस्पताल जाएं |
ठंड लगना/फ्रॉस्टबाइट | गरम कपड़े पहनें, गर्म पेय लें, गंभीर स्थिति में मेडिकल हेल्प लें |
केरल: प्राकृतिक सुंदरता और आयुर्वेद का घर
केरल को God’s Own Country कहा जाता है। यहाँ की बैकवाटर्स, हरे-भरे जंगल और आयुर्वेदिक मसाज दुनियाभर से पर्यटकों को आकर्षित करती है। भारतीय संस्कृति में शांति और प्रकृति से जुड़ाव को बहुत महत्व दिया जाता है, और केरल इसका बेहतरीन उदाहरण है। यहाँ के मंदिर, पारंपरिक नृत्य (कथकली), और स्वादिष्ट सी फूड आपको एक अलग अनुभव देते हैं।
केरल में स्वास्थ्य आपात स्थिति:
आपात स्थिति | क्या करें |
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फूड पॉइजनिंग/डायरिया | उबला हुआ पानी पिएं, हल्का खाना खाएं, डॉक्टर से संपर्क करें |
मच्छर जनित रोग (जैसे डेंगू/मलेरिया) | मच्छरदानी का उपयोग करें, बुखार होने पर तुरंत टेस्ट कराएं और उपचार लें |
जयपुर: गुलाबी शहर का ऐतिहासिक आकर्षण
राजस्थान की राजधानी जयपुर अपनी शाही हवेलियों, किलों और रंग-बिरंगे बाजारों के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ की संस्कृति में राजस्थानी संगीत, लोकनृत्य और पारंपरिक पहनावे का विशेष स्थान है। जयपुर का आमेर किला, हवा महल और चौकी ढाणी जैसे स्थल भारतीय विरासत को करीब से जानने का मौका देते हैं।
जयपुर में स्वास्थ्य आपात स्थिति:
आपात स्थिति | क्या करें |
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हीट स्ट्रोक/डिहाइड्रेशन | पानी भरपूर पिएं, सन प्रोटेक्शन लें, जरूरत हो तो डॉक्टर के पास जाएं |
खाना संबंधी एलर्जी या पेट दर्द | हल्का खाना खाएं, दवा लें या अस्पताल जाएं यदि दर्द ज्यादा हो |
लद्दाख: रोमांच और शांतिपूर्ण अनुभव का मेल
लद्दाख एडवेंचर लवर्स के लिए स्वर्ग जैसा है। यहाँ की ऊँची पहाड़ियां, नीला आसमान और बौद्ध मठ आपको भारत की विविधता का एहसास कराते हैं। भारतीय संस्कृति में आध्यात्मिकता को महत्वपूर्ण माना गया है जिसे लद्दाख के गुम्पा (मठ) दर्शाते हैं। बाइकिंग ट्रिप्स और कैंपिंग लद्दाख का खास हिस्सा हैं।
लद्दाख में स्वास्थ्य आपात स्थिति:
आपात स्थिति | क्या करें |
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ऑक्सीजन की कमी (Low Oxygen) | धीरे-धीरे एडजस्ट करें, ऑक्सीजन सिलिंडर साथ रखें या पास के हेल्थ सेंटर जाएं |
सनबर्न/डिहाइड्रेशन | Pani पीएं, सनस्क्रीन लगाएं एवं जरूरत पड़े तो मेडिकल हेल्प लें |
3. सामान्य स्वास्थ्य आपात स्थितियाँ और भारतीय यात्रा व्यवहार
जब भारतीय यात्री विदेश यात्रा पर जाते हैं, तो उन्हें कई बार कुछ आम स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इन समस्याओं को समझना और उनसे बचाव के उपाय जानना बहुत जरूरी है। इस सेक्शन में हम ऐसे ही कुछ सामान्य स्वास्थ्य आपात स्थितियों की चर्चा करेंगे, जो खासकर भारतीय यात्रियों के बीच पाई जाती हैं।
खासकर भारतीय यात्रियों के लिए आम स्वास्थ्य समस्याएँ
समस्या | लक्षण | बचाव के उपाय |
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फ़ूड पॉइज़निंग (Food Poisoning) | उल्टी, दस्त, पेट दर्द, बुखार | हमेशा साफ और ताजा खाना खाएं, सड़क किनारे या अनहाइजीनिक जगहों से खाना अवॉयड करें, हाथ धोकर खाएं। |
वॉटर बॉर्न डिजीज़ (Waterborne Diseases) | पेट दर्द, डायरिया, उल्टी, कमजोरी | बोतलबंद पानी पिएं, खुले पानी या बर्फ से बचें, अपने साथ वॉटर प्यूरिफायर कैरी करें। |
एलर्जी (Allergy) | स्किन रैशेज़, छींक आना, सांस लेने में दिक्कत | नई जगह पर खाने-पीने की चीजों को ट्राय करने से पहले एलर्जन जांच लें, अपने साथ एंटी-एलर्जिक दवाइयाँ रखें। |
छोटा-मोटा एक्सीडेंट (Minor Accidents) | कट लगना, मोच आना, चोट लगना | फर्स्ट एड किट हमेशा अपने पास रखें, भीड़भाड़ वाली जगहों पर सावधानी बरतें। स्थानीय इमरजेंसी नंबर नोट करके रखें। |
भारतीय यात्रियों के लिए अतिरिक्त सुझाव
- बीमा करवाना: यात्रा से पहले एक अच्छा ट्रैवल इंश्योरेंस जरूर लें जो मेडिकल इमरजेंसी को कवर करता हो।
- स्थानीय भाषा सीखें: आपात स्थिति में लोकल लोगों से मदद लेने के लिए कुछ जरूरी शब्द या वाक्य याद रखें। जैसे – “मुझे डॉक्टर चाहिए” (I need a doctor), “कृपया मदद करें” (Please help me) आदि।
- हेल्पलाइन नंबर सेव करें: हर देश का इमरजेंसी नंबर अपने मोबाइल में सेव रखें। जैसे अमेरिका में 911, यूरोप में 112 आदि।
- भारतीय दूतावास की जानकारी: जहां भी जाएं वहां का भारतीय दूतावास/कॉन्सुलेट का पता और नंबर जरूर नोट करें।
सफर के दौरान स्वस्थ रहने के टिप्स
- अपने साथ बेसिक मेडिसिन्स रखें – जैसे पेनकिलर, बैंड-एड, ORS पाउच आदि।
- खाने-पीने की चीजों को लेकर सतर्क रहें और ज्यादा मसालेदार या नया खाना एकदम न ट्राय करें।
- अचानक मौसम बदलाव या ज्यादा थकान से बचने के लिए पर्याप्त आराम करें और हाइड्रेटेड रहें।
- भीड़-भाड़ वाले टूरिस्ट प्लेसेस पर जेबकतरी (पिकपॉकेटिंग) से भी सावधान रहें क्योंकि इससे तनाव और स्वास्थ्य दोनों प्रभावित हो सकते हैं।
इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए भारतीय यात्री अपनी यात्रा को सुरक्षित और आनंददायक बना सकते हैं तथा किसी भी स्वास्थ्य आपात स्थिति से बेहतर तरीके से निपट सकते हैं।
4. विदेशों में स्वास्थ्य-सम्बंधित सेवाएँ और स्थानीय संस्कृति के अनुसार मेडिकल सुविधा
विदेश यात्रा के दौरान मेडिकल इमरजेंसी में क्या करें?
भारतीय यात्रियों के लिए विदेशों में यात्रा करते समय अचानक स्वास्थ्य समस्या या दुर्घटना होना किसी भी ट्रिप का सबसे बड़ा डर हो सकता है। ऐसे में घबराएँ नहीं, बल्कि इन आसान कदमों का पालन करें:
कदम | क्या करना चाहिए | टिप्स (स्थानीय भाषा/संस्कृति) |
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1. तुरंत मेडिकल सहायता लें | सबसे पहले नजदीकी हॉस्पिटल, क्लिनिक या फार्मेसी जाएँ। कई देशों में 112, 911 या 999 इमरजेंसी नंबर डायल किया जा सकता है। | कुछ देशों में ‘डॉक्टर’ को स्थानीय भाषा में जान लें, जैसे थाईलैंड में “แพทย์ (Phaet)”, जापान में “医者 (Isha)”। |
2. ट्रैवल इंश्योरेंस का उपयोग करें | इंश्योरेंस पॉलिसी और हेल्पलाइन नंबर हमेशा अपने पास रखें। अस्पताल पहुँचने पर इंश्योरेंस डिटेल्स दिखाएँ। | इंश्योरेंस कंपनी की इंटरनेशनल हेल्पलाइन आपके लिए ट्रांसलेटर की व्यवस्था कर सकती है। |
3. स्थानीय रीति-रिवाज और नियम समझें | हर देश की मेडिकल प्रणाली अलग होती है—कहीं अपॉइंटमेंट जरूरी है, कहीं वॉक-इन सुविधा मिलती है। कुछ देशों में पुरुष डॉक्टर से महिला मरीज मिलने से पहले अनुमति लेनी पड़ सकती है। | मुस्लिम देशों या जापान जैसे देशों में शालीनता और सम्मान का ध्यान रखें। जूते उतारना, सिर ढंकना आदि नियम मानें। |
4. भाषा की बाधा कैसे दूर करें? | जरूरी मेडिकल शब्दों को स्थानीय भाषा में लिखकर रखें या मोबाइल ट्रांसलेटर ऐप इस्तेमाल करें। होटल स्टाफ से भी मदद ले सकते हैं। | सामान्य शब्द जैसे “बीमार” (Ill), “दवा” (Medicine), “आपातकाल” (Emergency) की अनुवाद सूची बनाकर साथ रखें। |
5. बिल और रिपोर्ट्स संभालें | हर मेडिकल खर्च, बिल और रिपोर्ट सुरक्षित रखें ताकि भारत लौटने पर क्लेम किया जा सके। | कुछ देशों में डिजिटल कॉपी भी मान्य होती है, इसलिए फोटो लेकर सेव करें। |
अलग-अलग लोकप्रिय भारतीय डेस्टिनेशंस पर मेडिकल सुविधाएँ कैसी हैं?
देश/शहर | मेडिकल सुविधा का स्तर | विशेष बातें भारतीय यात्रियों के लिए |
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थाईलैंड (बैंकॉक, पटाया) | विश्वस्तरीय अस्पताल, अंग्रेज़ी बोलने वाले डॉक्टर उपलब्ध हैं। | भारतीय पर्यटकों के लिए स्पेशल हेल्प डेस्क कई जगह होते हैं। वेज/जैन फूड भी मिल जाता है। |
दुबई, अबू धाबी (UAE) | आधुनिक क्लिनिक, सरकारी एवं प्राइवेट हॉस्पिटल्स दोनों उपलब्ध। | महिलाओं के लिए महिला डॉक्टर चुनने का विकल्प; शराब संबंधित इलाज पर सख्त नियम हैं। |
सिंगापुर, मलेशिया | उच्च गुणवत्ता वाली हेल्थकेयर; इंश्योरेंस ज्यादातर जगह मान्य है। | हिंदी/तमिल बोलने वाले स्टाफ मिल सकते हैं; सांस्कृतिक विविधता के कारण भारतीयों को सहजता महसूस होती है। |
यूरोप (फ्रांस, स्विट्ज़रलैंड) | मेडिकल सेवा महँगी लेकिन विश्वस्तरीय; यूरोपियन हेल्थ कार्ड काम आ सकता है अगर आपके पास हो तो। | भाषा बाधा हो सकती है; गाइड या होटल स्टाफ से अनुवाद में मदद लें। |
ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड | पब्लिक हॉस्पिटल्स अच्छे हैं; इमरजेंसी सेवा फ्री या इंश्योरेंस द्वारा कवर हो जाती है। | इंश्योरेंस के बिना इलाज महँगा हो सकता है; भारतीय समुदाय से संपर्क करके सहायता लें। |
विदेशों में भारतीयों के लिए हेल्पफुल टिप्स:
- इंश्योरेंस खरीदते समय: ऐसी पॉलिसी चुनें जो कैशलेस ट्रीटमेंट और विदेशी भाषा सहायता भी दे सके।
- Meds & Allergies Card: अपनी एलर्जी या खास दवाओं की जानकारी अंग्रेज़ी और उस देश की भाषा में लिखवाकर रखें।
- Cultural Sensitivity: हर देश के रिवाज अलग होते हैं—डॉक्टर से बात करते समय विनम्रता बनाए रखें।
- Bharatiya Embassy/Consulate: किसी परेशानी में भारतीय दूतावास से सम्पर्क करें; वे ट्रांसलेशन व लीगल हेल्प दिला सकते हैं।
- Disease Alert: जिस देश जा रहे हैं वहाँ किन बीमारियों का खतरा ज्यादा रहता है (जैसे डेंगू, मलेरिया) यह पहले ही पता कर लें।
- Toll-free Numbers: हर देश के इमरजेंसी नंबर और स्थानीय इंडियन कम्युनिटी ग्रुप्स की जानकारी साथ रखें।
- Aarogya Setu / Indian Health Apps: भारत सरकार के हेल्थ ऐप्स का इंटरनेशनल वर्जन डाउनलोड कर लें—ये आपकी मेडिकल हिस्ट्री सेव रखेंगे।
यात्रा को सुरक्षित बनाने के लिए तैयारी अभी से शुरू करें!
5. यात्रा बीमा की महत्ता और जागरूकता के उपाय
भारतीय यात्रियों के लिए यात्रा बीमा क्यों ज़रूरी है?
विदेश यात्रा करते समय अप्रत्याशित स्वास्थ्य आपात स्थितियों, सामान खोने या यात्रा रद्द होने जैसी समस्याएँ आम हैं। इन परिस्थितियों में यात्रा बीमा भारतीय यात्रियों के लिए सुरक्षा कवच का काम करता है। खासकर पॉपुलर डेस्टिनेशंस जैसे थाईलैंड, दुबई, मलेशिया, यूरोप या अमेरिका में इलाज बेहद महँगा हो सकता है। ऐसे में यात्रा बीमा मेडिकल खर्चों और अन्य आकस्मिक घटनाओं को कवर करता है।
यात्रा बीमा के फ़ायदे
फ़ायदा | विवरण |
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मेडिकल इमरजेंसी कवर | बीमार पड़ने या दुर्घटना की स्थिति में अस्पताल का खर्च और दवा शुल्क शामिल होता है। |
ट्रिप कैंसलेशन/डिले कवर | अगर आपकी यात्रा किसी कारण रद्द या विलंबित होती है तो आपको आर्थिक सहायता मिलती है। |
सामान खोना या चोरी होना | अगर आपका सामान गुम हो जाता है या चोरी हो जाता है तो बीमा कंपनी उसकी भरपाई करती है। |
पासपोर्ट या डॉक्युमेंट्स खोना | पासपोर्ट खो जाने पर इमरजेंसी सहायता और आवश्यक खर्चे कवर किए जाते हैं। |
24×7 हेल्पलाइन सपोर्ट | आपात स्थिति में त्वरित सहायता के लिए हेल्पलाइन उपलब्ध रहती है। |
बीमा क्लेम प्रक्रिया कैसे करें?
- सबसे पहले अपनी पॉलिसी नंबर और डॉक्युमेंट्स तैयार रखें।
- किसी भी घटना की सूचना तुरंत बीमा कंपनी को दें (फोन/ईमेल/एप्लिकेशन से)।
- आवश्यक डॉक्युमेंट्स जैसे मेडिकल रिपोर्ट, बिल, पुलिस रिपोर्ट आदि जमा करें।
- क्लेम फॉर्म ऑनलाइन या ऑफलाइन भरें और सबूतों के साथ सबमिट करें।
- बीमा कंपनी से क्लेम स्टेटस ट्रैक करते रहें। जरूरत पड़ने पर फॉलो-अप करें।
आपात स्थिति में सुरक्षित रहने के टिप्स
- हर यात्रा पर मेडिकल इंश्योरेंस जरूर लें, खासकर विदेश जाते समय।
- इमरजेंसी कॉन्टैक्ट नंबर और पॉलिसी डॉक्युमेंट्स अपने पास रखें।
- डेस्टिनेशन देश के हॉस्पिटल व हेल्पलाइन नंबर नोट कर लें।
- बीमा प्लान खरीदते समय उसके कवर, एक्सक्लूजन और क्लेम प्रोसेस अच्छी तरह समझ लें।
- परिवार को अपनी ट्रैवल डिटेल्स जरूर बताएं ताकि आपात स्थिति में मदद मिल सके।
यात्रा बीमा को लेकर भारतीयों में जागरूकता बढ़ाने के उपाय:
- सोशल मीडिया, स्कूल-कॉलेज व ट्रैवल एजेंसीज़ के माध्यम से जानकारी फैलाना।
- सरल भाषा में बीमा संबंधी सेमिनार/वर्कशॉप आयोजित करना।
- बीमा कंपनियों द्वारा यूज़र-फ्रेंडली मोबाइल एप्लिकेशन लॉन्च करना ताकि क्लेम करना आसान हो सके।
- यात्रा टिकट बुकिंग प्लेटफॉर्म पर बीमा ऑप्शन अनिवार्य रूप से दिखाना।
- भारतीय भाषाओं में इंश्योरेंस अवेयरनेस कैम्पेन चलाना।