1. परिवार फ्लोटर स्वास्थ्य बीमा का सही चयन
अपने परिवार के लिए उपयुक्त स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी का चुनाव करना एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे आप प्रीमियम पर बचत कर सकते हैं। सबसे पहले यह समझना जरूरी है कि आपकी फैमिली में कितने सदस्य हैं और उनकी उम्र क्या है। आम तौर पर, परिवार फ्लोटर पॉलिसी में सभी सदस्यों को एक ही कवरेज के तहत कवर किया जाता है, जिससे प्रीमियम कम हो सकता है। आपको पॉलिसी चुनते समय इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि उसमें पर्याप्त कवरेज हो, जैसे कि अस्पताल में भर्ती होने का खर्च, डे-केयर ट्रीटमेंट्स, और प्री तथा पोस्ट हॉस्पिटलाइजेशन खर्च। साथ ही, आयु सीमा का भी ध्यान रखें क्योंकि ज्यादातर कंपनियां 25 या 30 साल तक के बच्चों को माता-पिता की पॉलिसी में शामिल करने की अनुमति देती हैं। अगर आपके परिवार में बुजुर्ग सदस्य हैं, तो उनकी मेडिकल हिस्ट्री और संभावित जोखिमों को भी ध्यान में रखें। जितने अधिक सदस्य और अधिक उम्र वाले सदस्य होंगे, प्रीमियम उतना ही बढ़ सकता है, इसलिए आवश्यकता अनुसार ही सदस्य जोड़ें। इसके अलावा, अतिरिक्त बेनिफिट्स या राइडर्स लेने से पहले सोच-समझकर फैसला लें ताकि अनावश्यक खर्च से बचा जा सके।
2. ऑनलाइन तुलना और छूट का लाभ उठाएं
भारत में परिवार फ्लोटर स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी का प्रीमियम बचाने के लिए सबसे कारगर तरीका है – विभिन्न बीमा कंपनियों की योजनाओं की ऑनलाइन तुलना करना और उपलब्ध प्रमोशनल ऑफर्स या डिस्काउंट्स का पूरा फायदा उठाना। कई बार लोग सिर्फ अपने एजेंट या एक ही कंपनी के भरोसे रह जाते हैं, जिससे उन्हें सस्ती और बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने वाली अन्य कंपनियों की योजनाओं की जानकारी नहीं मिलती। आजकल इंटरनेट पर कई ऐसी वेबसाइट्स हैं जहां आप एक साथ अलग-अलग कंपनियों की फैमिली हेल्थ इंश्योरेंस योजनाओं के कवर, प्रीमियम, फीचर्स और एक्सक्लूजन की तुलना कर सकते हैं। इससे आपको अपने बजट और जरूरत के हिसाब से सही पॉलिसी चुनना आसान हो जाता है।
ऑनलाइन तुलना कैसे करें?
कंपनी नाम | वार्षिक प्रीमियम (₹) | फैमिली कवर राशि | प्रमुख बेनिफिट्स |
---|---|---|---|
ICICI Lombard | 10,500 | ₹5 लाख | कैशलेस हॉस्पिटलाइजेशन, नो-क्लेम बोनस |
Apollo Munich | 12,000 | ₹5 लाख | सीमित वेटिंग पीरियड, फ्री हेल्थ चेकअप्स |
Star Health | 9,800 | ₹5 लाख | को-पे विकल्प, 24×7 हेल्पलाइन |
प्रमोशनल ऑफर्स और छूट का उपयोग करें
अक्सर बीमा कंपनियां त्योहारी सीजन या विशेष अवसरों पर आकर्षक डिस्काउंट्स देती हैं। जैसे कि दिवाली, नवरात्रि या न्यू ईयर सेल में 5% से लेकर 20% तक प्रीमियम में छूट मिल सकती है। इसके अलावा अगर आप पॉलिसी को ऑनलाइन खरीदते हैं तो अतिरिक्त छूट या कैशबैक भी मिल सकता है। कुछ कंपनियां परिवार के ज्यादा सदस्य जोड़ने या मल्टी-ईयर प्लान लेने पर भी रियायत देती हैं। इसलिए हमेशा ऑनलाइन खरीददारी करने से पहले डिस्काउंट कूपन कोड या प्रमोशनल ऑफर्स जरूर चेक करें।
युक्ति:
बीमा खरीदते समय IRDAI से मान्यता प्राप्त वेबसाइट/पोर्टल का ही चुनाव करें और सभी नियम एवं शर्तें ध्यान से पढ़ें ताकि भविष्य में किसी तरह की असुविधा न हो। सही तुलना और छूट का लाभ उठाकर आप अपनी फैमिली को बेहतर सुरक्षा देने के साथ-साथ बजट में भी राहत पा सकते हैं।
3. No Claim Bonus (NCB) का इस्तेमाल
अगर आप अपने परिवार फ्लोटर स्वास्थ्य बीमा के तहत किसी भी वर्ष में क्लेम नहीं करते हैं, तो बीमा कंपनियां आपको No Claim Bonus (NCB) के रूप में प्रीमियम में छूट या कवरेज बढ़ोतरी देती हैं। यह छूट हर साल क्लेम न करने पर बढ़ती जाती है, जिससे आपकी पॉलिसी और अधिक फायदेमंद बनती है।
NCB कैसे काम करता है?
हर बार जब आप अपनी पॉलिसी के दौरान कोई क्लेम नहीं करते, बीमा कंपनी आपको अगले रिन्युअल पर या तो प्रीमियम में डिस्काउंट देती है या आपके सम एश्योर्ड को बिना अतिरिक्त प्रीमियम के बढ़ा देती है। यह छूट आमतौर पर 5% से 50% तक हो सकती है, जो अलग-अलग बीमा कंपनियों की शर्तों पर निर्भर करती है।
NCB का अधिकतम लाभ कैसे उठाएं?
- बिना जरूरत के क्लेम करने से बचें, खासकर छोटी-मोटी मेडिकल खर्चों के लिए।
- पॉलिसी डॉक्यूमेंट्स में NCB के नियम और प्रतिशत अच्छे से समझ लें।
- अगर आप पॉलिसी पोर्ट करते हैं, तो भी NCB ट्रांसफर करवाना न भूलें।
याद रखें:
NCB का सही उपयोग करके आप अपने परिवार की सुरक्षा को बिना ज्यादा खर्च किए मजबूत बना सकते हैं और भविष्य में बड़े मेडिकल इमरजेंसी के लिए बेहतर कवरेज पा सकते हैं।
4. टैक्स बेनिफिट्स का ध्यान रखें
परिवार फ्लोटर स्वास्थ्य बीमा खरीदते समय केवल प्रीमियम की तुलना करना ही काफी नहीं है, बल्कि आपको टैक्स बेनिफिट्स का भी पूरा लाभ उठाना चाहिए। भारत में आयकर अधिनियम 80डी के तहत, आप अपने द्वारा चुकाए गए स्वास्थ्य बीमा प्रीमियम पर टैक्स छूट प्राप्त कर सकते हैं। यह विशेष रूप से मिडल क्लास परिवारों के लिए फायदेमंद है, क्योंकि इससे वे अपने टैक्स दायित्व को कम कर सकते हैं।
आयकर अधिनियम 80डी के तहत टैक्स छूट की मुख्य बातें
बीमा कवर | प्रीमियम भुगतानकर्ता | अधिकतम टैक्स छूट (INR) |
---|---|---|
स्वयं, जीवनसाथी और बच्चों के लिए | 60 वर्ष से कम आयु वाले व्यक्ति | ₹25,000 प्रति वर्ष |
माता-पिता के लिए (60 वर्ष से कम आयु) | बीमा करवाने वाला | ₹25,000 प्रति वर्ष अतिरिक्त |
माता-पिता के लिए (60 वर्ष या उससे अधिक आयु) | बीमा करवाने वाला | ₹50,000 प्रति वर्ष अतिरिक्त |
खुद व माता-पिता दोनों सीनियर सिटीजन हों | बीमा करवाने वाला | ₹1,00,000 प्रति वर्ष तक संयुक्त रूप से |
कैसे करें अधिकतम टैक्स बचत?
- हमेशा प्रीमियम का भुगतान बैंकिंग माध्यम से करें – नकद भुगतान पर 80डी का लाभ नहीं मिलता।
- अगर आप अपने परिवार व माता-पिता दोनों के लिए अलग-अलग पॉलिसी लेते हैं तो अधिकतम सीमा तक छूट पा सकते हैं।
- सीनियर सिटीजन माता-पिता के लिए बीमा कराने पर ज्यादा टैक्स छूट मिलती है – इस विकल्प का भरपूर उपयोग करें।
- प्रीमियम पेमेंट की रसीदें और पॉलिसी डॉक्युमेंट्स संभालकर रखें ताकि इनकम टैक्स फाइल करते वक्त आसानी हो।
महत्वपूर्ण सुझाव:
टैक्स प्लानिंग करते समय केवल प्रीमियम राशि ही नहीं, बल्कि परिवार की मेडिकल जरूरतों और कवर अमाउंट का भी ध्यान रखें। सही योजना बनाकर आप न सिर्फ प्रीमियम में बचत कर सकते हैं, बल्कि हर साल टैक्स में भी राहत पा सकते हैं। Proper documentation और समय पर प्रीमियम भुगतान से इस लाभ का पूरा फायदा उठाएं।
5. Co-payment और Deductible विकल्प समझें
पारिवारिक फ्लोटर स्वास्थ्य बीमा के प्रीमियम को कम करने के लिए को-पेमेंट (Co-payment) और डिडक्टिबल (Deductible) जैसे विकल्पों का चुनाव एक स्मार्ट कदम हो सकता है। लेकिन, इन्हें चुनने से पहले आपको इनकी सही जानकारी और आपके परिवार की जरूरतों के अनुसार निर्णय लेना जरूरी है।
को-पेमेंट क्या है?
को-पेमेंट वह राशि होती है, जो क्लेम के समय आपको अपनी जेब से चुकानी पड़ती है। उदाहरण के लिए, अगर आपकी पॉलिसी में 20% को-पेमेंट है और अस्पताल का बिल ₹1 लाख है, तो आपको ₹20,000 खुद देने होंगे और बाकी बीमा कंपनी देगी।
डिडक्टिबल क्या होता है?
डिडक्टिबल वह निश्चित राशि है, जिसे क्लेम करने से पहले बीमाधारक को खुद देना होता है। मान लीजिए आपकी पॉलिसी में ₹10,000 डिडक्टिबल है और अस्पताल का बिल ₹50,000 आया, तो पहले ₹10,000 आप देंगे और बाकी ₹40,000 बीमा कंपनी कवर करेगी।
कम प्रीमियम के लिए कब चुनें?
अगर आपके परिवार के सदस्य स्वस्थ हैं, नियमित रूप से अस्पताल नहीं जाना पड़ता या छोटी-मोटी हेल्थ एक्सपेंस अपने स्तर पर मैनेज कर सकते हैं, तो आप उच्च को-पेमेंट या डिडक्टिबल वाला प्लान चुन सकते हैं। इससे प्रीमियम कम हो जाता है।
ध्यान रखें
को-पेमेंट या डिडक्टिबल बढ़ाने से प्रीमियम तो घट जाएगा, लेकिन इमरजेंसी में जेब से ज्यादा खर्च करना पड़ सकता है। इसलिए यह विकल्प चुनते समय अपनी आर्थिक स्थिति और हेल्थ हिस्ट्री ध्यान में जरूर रखें। सही संतुलन बनाएं ताकि बचत भी हो और सुरक्षा भी बनी रहे।
6. लंबी अवधि के लिए भुगतान का लाभ
अगर आप परिवार फ्लोटर स्वास्थ्य बीमा प्रीमियम पर बचत करना चाहते हैं, तो 2-3 साल के लिए प्रीमियम एक साथ जमा करने का विकल्प चुनना बहुत ही फायदेमंद साबित हो सकता है।
लंबे समय के लिए प्रीमियम जमा करने पर मिलने वाले डिस्काउंट
अधिकांश बीमा कंपनियां 2 या 3 साल की पॉलिसी लेने पर प्रीमियम में आकर्षक छूट देती हैं। उदाहरण के लिए, कई कंपनियां 2 साल के लिए एक साथ भुगतान करने पर 5% से 10% तक और 3 साल के लिए 10% से अधिक तक की छूट दे सकती हैं। यह छूट सीधा आपके कुल खर्च में कमी लाती है।
अतिरिक्त फायदे
- हर साल रिन्युअल की झंझट से छुटकारा मिलता है
- प्रीमियम दरों में संभावित बढ़ोतरी से सुरक्षा मिलती है क्योंकि आपने पहले ही लॉक-इन कर लिया है
- लंबी अवधि की कवर होने से मानसिक शांति भी मिलती है
क्या ध्यान रखें?
पॉलिसी खरीदने से पहले, कंपनी की टर्म्स एंड कंडीशन्स को ध्यान से पढ़ें और सुनिश्चित करें कि लंबी अवधि के लिए भुगतान करने पर क्या-क्या फायदे व शर्तें हैं। यदि आपको लगे कि निकट भविष्य में किसी बदलाव या अपग्रेड की जरूरत पड़ सकती है, तो उसी हिसाब से योजना बनाएं। इस तरीके से आप अपने परिवार को बेहतर सुरक्षा देते हुए, बीमा प्रीमियम पर अच्छी बचत भी कर सकते हैं।