आयुष्मान भारत योजना के तहत कवर होने वाली बीमारियाँ और उपचार

आयुष्मान भारत योजना के तहत कवर होने वाली बीमारियाँ और उपचार

विषय सूची

1. आयुष्मान भारत योजना का संक्षिप्त परिचय

आयुष्मान भारत योजना, जिसे प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (PM-JAY) भी कहा जाता है, भारत सरकार की एक प्रमुख स्वास्थ्य बीमा योजना है। इसका उद्देश्य गरीब और कमजोर वर्ग के परिवारों को मुफ्त स्वास्थ्य सेवाएँ प्रदान करना है। यह योजना 2018 में शुरू की गई थी और आज यह देश के करोड़ों लोगों के लिए वरदान साबित हो रही है।

आयुष्मान भारत योजना का मुख्य उद्देश्य

इस योजना का मुख्य उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए वित्तीय सुरक्षा देना है, जिससे उन्हें इलाज के दौरान पैसों की चिंता न करनी पड़े। इसके अंतर्गत अस्पताल में भर्ती होने पर 5 लाख रुपये तक की चिकित्सा सहायता प्रति परिवार प्रति वर्ष दी जाती है।

भारतीय समाज में आयुष्मान भारत की महत्ता

भारत जैसे विशाल देश में जहाँ बड़ी संख्या में लोग गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करते हैं, वहाँ यह योजना स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुँच आसान बनाती है। इससे न केवल ग्रामीण क्षेत्रों बल्कि शहरी गरीब वर्ग को भी लाभ मिलता है। आयुष्मान भारत ने विशेष रूप से उन परिवारों को राहत दी है जो इलाज का खर्च वहन करने में असमर्थ थे।

आयुष्मान भारत योजना के लाभार्थी कौन हैं?
लाभार्थी वर्ग मुख्य विशेषता
गरीबी रेखा के नीचे (BPL) परिवार सरकारी सूची में शामिल योग्य परिवार
अनौपचारिक मजदूर और ग्रामीण गरीब कामकाजी लेकिन असंगठित क्षेत्र में कार्यरत व्यक्ति
शहरी गरीब नगरपालिकाओं द्वारा चिन्हित कमजोर वर्ग
वंचित जातियाँ/जनजातियाँ SC/ST तथा अन्य पिछड़े वर्गों के परिवार

इस प्रकार, आयुष्मान भारत योजना ने भारतीय समाज में स्वास्थ्य सुरक्षा को बढ़ावा देने का कार्य किया है और लाखों जरूरतमंद परिवारों को सस्ती एवं गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सेवा उपलब्ध करवाई है। अगले हिस्से में हम जानेंगे कि इस योजना के तहत कौन-कौन सी बीमारियाँ और उपचार कवर होते हैं।

2. योजना के तहत कवर होने वाली प्रमुख बीमारियाँ

आयुष्मान भारत योजना के तहत भारत सरकार ने गरीब और कमजोर वर्ग के परिवारों को स्वास्थ्य सुरक्षा प्रदान करने के लिए कई गंभीर एवं सामान्य बीमारियों का इलाज कवर किया है। नीचे दी गई तालिका में ऐसी प्रमुख बीमारियों और उनके बारे में संक्षिप्त जानकारी दी गई है, जो इस योजना के तहत कवर होती हैं:

बीमारी का नाम संक्षिप्त जानकारी
हृदय रोग (Cardiac Diseases) दिल की बाईपास सर्जरी, एंजियोप्लास्टी, हार्ट वाल्व रिप्लेसमेंट जैसी सेवाएँ शामिल हैं।
कैंसर (Cancer) कई तरह के कैंसर की सर्जरी, कीमोथेरेपी और रेडिएशन थेरेपी कवर की जाती है।
किडनी संबंधित बीमारियाँ डायलिसिस, किडनी ट्रांसप्लांट जैसी महंगी प्रक्रियाएँ भी योजना में शामिल हैं।
मस्तिष्क से जुड़ी बीमारियाँ ब्रेन ट्यूमर, स्ट्रोक का इलाज, न्यूरो सर्जरी आदि का खर्च योजना द्वारा वहन किया जाता है।
महिलाओं से जुड़ी स्वास्थ्य समस्याएँ प्रसव संबंधी जटिलताएँ, गर्भाशय ऑपरेशन (हिस्टेरेक्टॉमी), स्तन कैंसर आदि उपचार उपलब्ध हैं।
बाल चिकित्सा सेवाएँ (Pediatric Services) बच्चों की हड्डी व दिल संबंधी सर्जरी तथा अन्य गंभीर बीमारियों का इलाज इस योजना के अंतर्गत आता है।
आर्थोपेडिक समस्याएँ (Orthopedic Issues) हड्डी टूटना, जोड़ प्रत्यारोपण (Joint Replacement) जैसी सेवाएँ शामिल हैं।
डायबिटीज और हाइपरटेंशन से जुड़ी जटिलताएँ इन बीमारियों के कारण उत्पन्न होने वाली गंभीर स्थितियों का उपचार भी कवर किया जाता है।
आँखों और कानों की सर्जरी मोतियाबिंद ऑपरेशन, कान की सर्जरी आदि भी योजना में आती हैं।
फेफड़ों से जुड़ी बीमारियाँ (Pulmonary Diseases) अस्थमा, टीबी एवं फेफड़ों से संबंधित अन्य प्रमुख रोगों का इलाज भी कवर होता है।

यह सूची मुख्य रूप से उन बीमारियों को दर्शाती है जिनका इलाज आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत मुफ्त या न्यूनतम शुल्क पर कराया जा सकता है। स्थानीय अस्पताल या अधिकृत हेल्थकेयर सेंटर से विस्तृत जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। विभिन्न राज्यों में सुविधाओं और उपलब्ध उपचारों में थोड़ा बहुत अंतर हो सकता है, इसलिए संबंधित अस्पताल से पुष्टि अवश्य करें।

कवर्ड मेडिकल ट्रीटमेंट्स और सेवाएं

3. कवर्ड मेडिकल ट्रीटमेंट्स और सेवाएं

आयुष्मान भारत योजना के तहत मरीजों को कई तरह की चिकित्सा सेवाएं मुफ्त या न्यूनतम खर्च पर उपलब्ध कराई जाती हैं। इस अनुभाग में हम उन मुख्य सेवाओं की जानकारी देंगे जो इस योजना में शामिल हैं, जैसे सर्जरी, अस्पताल में भर्ती, डायग्नोस्टिक्स, दवाइयाँ और फॉलोअप केयर।

सर्जरी (Surgery)

योजना के अंतर्गत सामान्य से लेकर जटिल सर्जिकल प्रक्रियाएं कवर होती हैं। इसमें हार्ट सर्जरी, किडनी ट्रांसप्लांट, ऑर्थोपेडिक सर्जरी (जैसे हड्डी बदलना), मोतियाबिंद ऑपरेशन आदि शामिल हैं।

अस्पताल में भर्ती (Hospitalization)

अगर किसी मरीज को अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत है तो उसकी पूरी लागत योजना द्वारा वहन की जाती है। इसमें ICU चार्ज, वार्ड चार्ज और डॉक्टर की फीस भी शामिल है।

डायग्नोस्टिक्स (Diagnostics)

इलाज के दौरान जरूरी जांचें जैसे X-ray, ब्लड टेस्ट, अल्ट्रासाउंड, MRI आदि भी कवर होती हैं। इसका खर्च मरीज को नहीं देना पड़ता।

कवर होने वाली डायग्नोस्टिक सेवाओं का उदाहरण:
सेवा का नाम कवरेज विवरण
X-ray पूरी तरह मुफ्त
ब्लड टेस्ट योजना के तहत कवर
MRI/CT स्कैन जरूरत पर निःशुल्क उपलब्ध
ECG/ECHO योजना में शामिल

दवाइयाँ (Medicines)

इलाज के दौरान दी जाने वाली जरूरी दवाइयाँ पूरी तरह योजना द्वारा दी जाती हैं। मरीज को इसके लिए अलग से भुगतान नहीं करना पड़ता।

फॉलोअप केयर (Follow-up Care)

इलाज के बाद अगर डॉक्टर ने दोबारा जांच या इलाज का समय दिया है, तो उसका खर्च भी योजना के तहत कवर होता है। इससे मरीज को आगे की देखभाल में भी कोई परेशानी नहीं होती।

4. योजना से जुड़े लाभार्थियों और पात्रता मापदंड

आयुष्मान भारत योजना के लाभार्थी कौन हैं?

आयुष्मान भारत योजना (प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना) खास तौर पर उन भारतीय नागरिकों के लिए शुरू की गई है, जो आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग से आते हैं। इस योजना का मुख्य उद्देश्य देश के गरीब और जरूरतमंद परिवारों को मुफ्त स्वास्थ्य सेवाएं देना है।

पात्रता के लिए जरूरी मानदंड

सरकार ने पात्रता तय करने के लिए सामाजिक-आर्थिक जाति जनगणना (SECC) 2011 के आंकड़ों का इस्तेमाल किया है। इसमें ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों के लोगों के लिए अलग-अलग मानदंड निर्धारित किए गए हैं।

ग्रामीण क्षेत्र में पात्रता

मानदंड विवरण
कच्चा मकान जिनके पास पक्का मकान नहीं है
निर्धनता रेखा से नीचे BPL कार्डधारक परिवार
अनुसूचित जाति/जनजाति SC/ST श्रेणी के लोग
अनाथ या बिना सहारे वाले लोग जिनके घर में कोई वयस्क पुरुष सदस्य न हो
दिव्यांग या विकलांग सदस्य वाला परिवार परिवार में कोई दिव्यांग हो
भूमिहीन मजदूर परिवार जिनके पास खुद की खेती योग्य जमीन नहीं है

शहरी क्षेत्र में पात्रता

मानदंड विवरण
बेघर व्यक्ति सड़क किनारे रहने वाले लोग
रिक्शा चालक/फेरीवाले/घरेलू कामगार आदि छोटे-मोटे व्यवसाय करने वाले लोग जैसे सफाई कर्मचारी, मज़दूर आदि
बिना किसी स्थायी आय स्रोत वाले लोग जो नियमित आमदनी नहीं कमाते हैं

किन वर्गों को प्राथमिकता दी जाती है?

सरकार द्वारा निम्नलिखित वर्गों को प्राथमिकता दी जाती है:

  • BPL (Below Poverty Line) परिवारों को सबसे पहले शामिल किया जाता है।
  • Anusuchit Jati एवं Anusuchit Janjati (SC/ST) समुदाय के लोग।
  • महिलाओं के नेतृत्व वाले परिवार।
  • दिव्यांग या गंभीर बीमारी से ग्रसित सदस्य वाले परिवार।
  • वृद्धजन (60 वर्ष से ऊपर) वाले परिवार।
  • मजदूर, दिहाड़ी मजदूर, घरेलू कामगार जैसे असंगठित क्षेत्र के श्रमिक।

सरकार द्वारा तय लाभार्थी मानदंड कैसे जांचें?

योजना का लाभ उठाने के लिए आप अपने नजदीकी CSC सेंटर या सरकारी अस्पताल में जाकर या आयुष्मान भारत की ऑफिशियल वेबसाइट पर अपना नाम सूची में देख सकते हैं। इसके लिए आपको केवल अपना मोबाइल नंबर, राशन कार्ड या आधार नंबर देना होगा। यदि आपका नाम सूची में है, तो आप मुफ्त इलाज का लाभ ले सकते हैं।

इस तरह, आयुष्मान भारत योजना आर्थिक रूप से कमजोर और जरूरतमंद लोगों तक स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचाने का एक महत्वपूर्ण माध्यम बन चुकी है। अगर आपके पास ऊपर दिए गए पात्रता मानदंड पूरे होते हैं, तो आप इस योजना का पूरा लाभ उठा सकते हैं।

5. क्लेम प्रक्रिया और स्थानीय स्तर पर योजना की उपलब्धता

आयुष्मान भारत योजना का लाभ कैसे उठाएँ?

आयुष्मान भारत योजना के तहत लाभ उठाने के लिए सबसे पहले आपको यह जानना जरूरी है कि आपके क्षेत्र में कौन से अस्पताल और स्वास्थ्य केंद्र इस योजना में पैनल पर हैं। इस योजना के तहत सरकारी एवं कुछ निजी अस्पतालों में इलाज मुफ्त में करवाया जा सकता है।

स्थानीय अस्पतालों में योजना की उपलब्धता

अस्पताल/केंद्र का प्रकार सेवाएं कैसे पहचानें
सरकारी अस्पताल सभी सूचीबद्ध बीमारियों और उपचारों की सुविधा मुख्य प्रवेश द्वार पर आयुष्मान भारत लोगो या बोर्ड देखें
पंजीकृत निजी अस्पताल चयनित उपचार, जाँच, सर्जरी आदि पैनल अस्पताल की सूची में नाम खोजें या हेल्प डेस्क से पूछें
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (PHC) मूलभूत चिकित्सा सेवाएं व रेफरल सुविधा स्थानीय पंचायत या नगर निगम कार्यालय से जानकारी लें

क्लेम करने की प्रक्रिया क्या है?

  1. पहचान पत्र दिखाएँ: जब आप संबंधित अस्पताल में जाएँ, तो अपना आयुष्मान भारत कार्ड या पात्रता प्रमाण पत्र साथ रखें। आपका आधार कार्ड भी काम आ सकता है।
  2. हेल्प डेस्क पर रजिस्ट्रेशन: अस्पताल में बने आयुष्मान भारत हेल्प डेस्क पर जाएं, अपनी जानकारी दें और क्लेम प्रोसेस शुरू करें। वे आपकी पात्रता जांचेंगे।
  3. इलाज शुरू: पात्र पाए जाने पर आपको भर्ती किया जाएगा और डॉक्टर द्वारा आवश्यक उपचार दिया जाएगा। इन सबकी जानकारी डिजिटल रूप से दर्ज की जाती है।
  4. क्लेम अप्रूवल: इलाज पूरा होने के बाद अस्पताल खुद ही आपके क्लेम का आवेदन पोर्टल पर करता है। मरीज को किसी तरह की भुगतान प्रक्रिया नहीं करनी पड़ती।
  5. डिस्चार्ज और फीडबैक: डिस्चार्ज के समय आपको बिल या पेमेंट स्लिप नहीं दी जाएगी क्योंकि सारा खर्चा सरकार देती है। आप चाहें तो अपनी सेवाओं के बारे में फीडबैक दे सकते हैं।
महत्वपूर्ण बातें ध्यान रखने योग्य:
  • केवल सूचीबद्ध बीमारियाँ और उपचार ही कवर होते हैं। अन्य सेवाओं के लिए अलग से शुल्क लिया जा सकता है।
  • आपातकालीन स्थिति में भी सीधा अस्पताल पहुँचकर लाभ लिया जा सकता है।
  • यदि कोई समस्या आती है, तो टोल फ्री नंबर 14555 पर कॉल करें या अपने राज्य के हेल्पलाइन नंबर का उपयोग करें।

इस तरह, आयुष्मान भारत योजना का लाभ उठाना आसान और पारदर्शी है, बस जरूरी दस्तावेज साथ रखें और पैनल अस्पताल में ही इलाज कराएं।